कोरोना ने छह और परिवारों की छीनी खुशियां २०२९ हुआ मौत का आंकड़ा १००५ मिले और नए संक्रमित ३८ जे.यू. के छात्र पॉजिटिव

जम्मू। जम्मू-कश्मीर में कोरोना महामारी से संक्रमित मरीजों की मौत का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। शनिवार को कोरोना से पीडि़त छह और मरीज़ों ने दम तोड़ दिया। इन छह मौतों के इसके साथ ही अब तक जम्मू-कश्मीर में कोरोना संक्रमित 202९ मरीजों की मौत हो चुकी है। शनिवार को पांच मरीज़ों  की मौत, जबकि एक की कश्मीर सूबे में हुई। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में कोविड संक्रमण तेज़ी से फैल रहा है। शनिवार को प्रदेश में 1005 नए संक्रमित मिले हैं जोकि इस साल एक दिन में सबसे अधिक हैं। इस खबर की सबसे भयावह स्थिति तो जम्मू विश्वविद्यालय से सामने आई है जहां के गल्र्स होस्टल में एक साथ 38 छात्राएं पॉजिटिव आई हैं। यह स्थिति इसलिए भी ज्यादा गंभीर नजर आ रही है क्योंकि पढ़े-लिखे छात्र भी इस महामारी को हल्के में ले रहे हैं। इसके अतिरिक्त जम्मू विश्वविद्यालय के प्रबंधन पर भी गंभीर सवाल आयद होते हैं जो एक तरह से कानों में सरसों का तेल डाले हुए है। विवि परिसर के अंदर किसी भी तरह की कोई जरूरी पाबंदी या नियमों को सख्ती से लागू करने जैसी कोई बात प्रतीत नहीं हो रही नतीजतन इतनी ज्यादा संख्या में छात्र और स्टॉफ परिसर में पॉजिटिव आ रहे हैं। इतनी बड़ी तादाद में छात्राओं के संक्रमित होने के कुछ ही समय बाद जिला न्यायाधीश जम्मू ने एक आदेश जारी कर जम्मू विवि के भीतर और बाहर के इलाकों को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। इस इलाके में जरूरी सेवाओं को छोड़ कर शेष तरह की उपस्थिति पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। इसके अतिरिक्त इस आदेश में यह भी साफ कर दिया गया है कि जारी आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। विदित हो कि इस महामारी से श्रीनगर और जम्मू जिला सबसे अधिक प्रभावित हैं। केंद्र शासित प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या बढक़र 1,37,475 हो गई। अधिकारियों ने बताया कि नए मामलों में से 706 मामले कश्मीर संभाग जबकि 299 मामले जम्मू संभाग से सामने आए हैं। वहीं संक्रमितों में 154 यात्री भी शामिल हैं। उधर, संक्रमण का प्रसार बढऩे के साथ रिकवरी दर कम हुई है।  मार्च के शुरू में यह दर 97.7 फीसदी तक पहुंच गई थी, जो अब घटकर 94 फीसदी आ गई है और इसमें लगातार गिरावट हो रही है। इसी तरह मार्च के शुरू में प्रदेश में कोविड सक्रिय मामलों की दर सिर्फ 0.65 फीसदी रह गई थी जो मौजूदा 4.48 फीसदी तक पहुंच गई है। जम्मू कश्मीर में मौजूदा कोविड मृत्युदर 1.48 फीसदी है। हालांकि, मार्च के मुकाबले इसमें थोड़ी गिरावट है। नए संक्रमित मामलों के साथ इन सभी दरों में तेजी से गिरावट आ रही है। मार्च के शुरू में जम्मू कश्मीर में कुल 126504 मामलों पर 829 ही सक्रिय मामले थे। हालांकि, मार्च में मृत्युदर 1.54 फीसदी था। रिकवरी दर में गिरावट के साथ सक्रिय मामलों में बढ़ोतरी ने स्वास्थ्य और प्रदेश प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। कोरोना का प्रकोप बढऩे से स्वास्थ्य विभाग भी चिंतित नजऱ आ रहा है। विभाग ने अस्पतालों में जहां आइसीयू सुविधाओं को बढ़ाया है वहीं ऑक्सीजन के समर्थन वाले बिस्तरों की क्षमता को भी पिछले वर्ष की तुलना में दो गुणा कर दिया है। मेडिकल कालेज में ही इस समय 300 मरीजों को एक साथ ऑक्सीजन पर रखने की क्षमता है। वहीं गांधी नगर के जच्चा-बच्चा अस्पताल में ऐसे 200 मरीजों को रखा जा सकता है।

 

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